शिक्षांतर वार्षिक हिंदी वाद-विवाद प्रतियोगिता-2025
“वाद-विवाद विचारों के मंथन के द्वारा नई सोच एवं दृष्टिकोण को जन्म देते हुए नव संस्कृति का सृजन करता है |”
इसी रचनात्मक विचारधारा को नयी उपलब्धियों तक ले जाने के लिए, शिक्षांतर ने वार्षिक हिन्दी वाद–विवाद 2025 का आयोजन 17 और 18 जुलाई, 2025 को सम्पन्न किया। इस कार्यक्रम में कक्षा 9वीं से 12वीं के छात्र–छात्राओं ने भाग लिया एवं इसे सफल बनाने के लिए प्रशंसनीय प्रयास किया।
वाद–विवाद का पहला चरण जो 17 जुलाई को पूर्ण किया गया, उसके विषय थे :
• आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मानव प्रगति का भविष्य है।
• कैशलेस अर्थव्यवस्था देश के विकास के लिए उपयोगी है।
सभी प्रतिभागियों तथा दर्शकों का उत्साह देखने योग्य था। पक्ष तथा विपक्ष के प्रतिभागियों द्वारा दी गई विचारों की प्रस्तुति अर्थपूर्ण व सटीक थी, जो इनके द्वारा किए गये अनुसन्धान तथा सटीक परिणामों पर आधारित थी। युवा वक्ताओं ने जहाँ एक तरफ अपने विचारों के माध्यम से इतिहास को खंगाला वहीं दूसरी तरफ भविष्य की समस्याओं को सुलझाने के लिए नए उपाय भी सुझाए। प्रश्न पूछने तथा उत्तर देने की क्रिया भी रुचिपूर्ण ढंग से संपन्न की गई, जो कि बेहद सराहनीय थी।
वाद–विवाद के पहले चरण के प्रतिभागियों में से पंद्रह वाद–विवाद कर्ताओं का चयन किया गया। अंतिम चरण के विषय की घोषणा के उपरांत, यह चरण 18 जुलाई, 2025 को आयोजित किया गया।
वाद–विवाद के अंतिम चरण का विषय था :–
• युद्ध अंतर्राष्ट्रीय विवादों को सुलझाने का सर्वोत्तम तरीका है।
वाद–विवाद प्रतियोगिता में निम्नलिखित छात्रों को सर्वश्रेष्ठ वक्ता चुना गया :
पक्ष
प्रथम स्थान
• आन्या भारद्वाज
द्वितीय स्थान
• आर्य पाण्डेय
• इंशा जावेद
तृतीय स्थान
• तिशिर अहूजा
विपक्ष
प्रथम स्थान
• तेजस
द्वितीय स्थान
• प्रीतिश बंतथिया
तृतीय स्थान
• कनिका
• विशेष सम्मान
देव मल्होत्रा (रोचक तथा सटीक प्रश्न पूछने के लिए)